हेलो दोस्तों आपका स्वागत है मेरे नये पोस्ट में जैसा की हम सब जानते है डेंगू बुखार मच्छरों द्वारा फैलाई जाने वाली बीमारी में से एक बीमारी है । डेंगू वायरस एडीज मच्छर (प्रजाति) के काटने से फैलता है। बुखार के दौरान प्लेटलेट्स कम का होना इसका मुख्य लक्षण हैं। डेंगू एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता है। डेगू में बुखार के साथ सबसे सामान्य लक्षण है सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द और त्वचा का खराब हो जाना। आपको कभी-कभी, यह लक्षण फ्लू के साथ मिलकर कंफ्यूज भी कर देता हैं। पिछले कुछ सालों में डेंगू के मामले काफी बढ़ते जा रहे हैं।
डेंगू वायरस का पता कैसे लगा सकते है?
डेंगू वायरस का पता ब्लड टेस्ट से लगाया जाता है। डेंगू वायरस से बचने के लिए कोई भी स्पेशल दवाई नहीं है, परन्तु जब कोई व्यक्ति डेंगू वायरस से संक्रमित होता है तो उस दौरान मरीज को सही से आराम करने और बहुत सारे जूस तथा पेय पदार्थ को पीने की सलाह दी जाती है। बहुत सारे ऐसे घरेलू और प्राकृतिक नुस्खे है जिसका उपयोग करके खुद को डेंगू के प्रकोप से बचाया जा सकता है हम आपको कुछ घरेलु उपाय निचे बता रहे है जिसे आप इस्तेमाल में लाकर डेंगू के प्रकोप से बाख सकते है।
गिलोय : गिलोय का पौधा लत्तिदार तथा हल्का कांटेदार होता है, गिलोय का आयुर्वेद की दुनिया में बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। गिलोय मेटाबॉलिक रेट बढ़ाने, प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत रखने तथा बॉडी को किसी तरह के इंफेक्शन से बचाने में मदद करती है। गिलोय के तनों को पानी में उबालकर हर्बल ड्रिंक की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें तुलसी के पत्ते को भी डालकर इस्तेमाल किये जा सकते हैं।
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मेथी के पत्ते : मेथी की पत्तियां बुखार कम करने तथा सुगर लेवल को भी कम के लिए सहायक होता हैं। यह डेंगू से पीड़ित का दर्द दूर करता है, उसे आसानी से नींद में मदद करती हैं। मेथी की पत्तियों को पानी में भिगोकर उसके पानी का उपयोग पिने में किया जा सकता है। इसके अलावा, मेथी पाउडर को भी पानी में मिलाकर पीया जा सकता है।
पीपते के पत्ते : डेंगू वायरस में प्लेटलेट्स की गिनती बढ़ाने में पपीते के पत्ता सहायता करता है, साथ ही, शरीर में दर्द, कमजोरी का महसूस होना, उबकाई का आना, थकान का महसूस होना आदि जैसे बुखार के भी लक्षण को कम करने में सहायक होता है। आप पपीते की पत्तियों को कूट कर खा भी सकते हैं या फिर इन्हें ड्रिंक की तरह भी पिया जा सकता है, जो कि शरीर से टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद करता हैं।
गोल्डनसील : गोल्डनसील नार्थ अमेरिका में पाई जाने वाली एक हर्ब है, जिसे दवा बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। इस हर्ब में डेंगू वायरस के बुखार को तेजी से खत्म कर शरीर में डेंगू के वायरस को खत्म करने की क्षमता होती है। यह पपीते की पत्तियों की तरह ही काम करता हैं और उन्हीं की तरह हम इन्हें भी हम इस्तेमाल कर सकते है। इन्हें कूट के सीधे चबाकर अथवा जूस पीकर इसका लाभ उठाया जा सकता है।
हल्दी : हल्दी हर घर में पाया जाने वाला एक रामबाण हर्ब है जिससे बहुत सारी बिमारियों को दूर किया जा सकता है, डेंगू वायरस में मेटाबालिज्म को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल की जाती है। यही नहीं, हल्दी घाव को जल्दी ठीक करने में भी मददगार साबित होती है। हल्दी को दूध में भी मिलाकर पीया जा सकता है।
तुलसी के पत्ते और काली मिर्च : तुलसी के पत्तों और दो ग्राम काली मिर्च को पानी में उबालकर पीना सेहत के लिए काफी अच्छा होता है। यह ड्रिंक आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) को मजबूत बनाती है और एंटी-बैक्टीरियल तत्व के रूप में भी कार्य करती है।
बकरी का दूध : बकरी का दूध बहुत से लोगों को भले ही पसंद न हो लेकिन इसका उपयोग बहुत से बिमारियों के लिए किया जाता है। डेंगू वायरस के लिए बकरी का दूध बहुत ही उपयोगी है, बकरी का दूध शरीर में Platelets को बढाने की क्षमता होती है। तथा इसके उपयोग से जोरो में हो रहे दर्द से बही आराम मिलता है।
नारियल पानी – नारियल पानी मे बहुत सारे पोषक तत्व मौजूद होते है, जिससे शरीर को मिनेरल्स मिलता है और शरीर में प्लेटलेट्स की मात्रा भी बढ़ती है। इसके उपयोग डेंगू वायरस के इलाज के लिए बहुत उपयोगी होता है।